बिहार की जातीय गणना और सामाजिक आर्थिक सर्वे की रिपोर्ट विधान सभा में पेश किया जाएगा. लेकिन इस रिपोर्ट पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. बीजेपी कहा कहना है इस रिपोर्ट में कई जातियों की संख्या को बढ़ाकर दिखाया गया है.