मोदी सरकार का बजट क्या सबका साथ सबका विकास का भाव लिए है. क्या ये पॉलिटिकल बजट है. क्या ये बजट 2019 का चुनावी बजट है ? मिडिल क्सलास और शहरों में रहने वाले नौकरी पेशा लोगों को भूल गए हैं वित्त मंत्री. उनका जोर भारत के बजट पर है, इंडिया पर नहीं. कहा जा रहा है गरीबों की वाह और अमीरों को आह. तो क्या 'सूट बूट की सरकार' का आरोप पीछे छोड़ इस बार मोदी सरकार गरीबों की सरकार के तौर पर चुनावी रण में उतरेगी. (वीडियो सौजन्य : लोकसभा टीवी)