रोनाकाल के बाद से लोग हर तकलीफ़ के लिए फ़ौरन टेस्ट कराने दौड़ते हैं. इलाज का पहला स्टेप टेस्टिंग ही है. पर कुछ बीमारियों की टेस्टिंग इतनी महँगी है कि कमज़ोर वर्ग के लोग इसे कराने से बचते हैं और बीमारी को बढ़ाते हैं ऐसे में 15 साल के एक छात्र ने एक जादुई बेल्ट, “ब्रीदफ़्री” का आविष्कार किया है.