लेखिका और डव #StopTheBeautyTest की लीडरशिप कोच अपर्णा जैन ने कहा कि किशोरावस्था का चरण महत्वपूर्ण है. बच्चियों पर बहुत ध्यान दिया जाता है. जब वे यौवन से गुजरती है तो वहीं से उन्हें अंतर का सामना करना पड़ता है. खास तौर पर ग्रामीण भारत में लोग चाहते हैं कि उनकी शादी हो जाए. अपने बच्चों पर रूढ़िवादी विशेषणों को मजबूत करने के बजाय, हमें अपनी दैनिक भाषा को और अधिक समावेशी बनाने की आवश्यकता है.