पुणे के पोर्शे हिट एंड रन केस में एक बार फिर ये सामने आया है कि कैसे पूरा परिवार अपने नाबालिग बेटे की ग़लती छुपाने के लिए अपने रसूख का इस्तेमाल कर रहा था. नया चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. अस्पताल ने नाबालिग का ब्लड सैंपल कूड़े में फेंक दिया गया था. ताकि ये छिपाया जा सके कि वो शराब के नशे में था जिस वक्त उसने दो आईटी प्रोफेशनल को टक्कर मारी। पुलिस ने नाबालिग की ब्लड रिपोर्ट के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप में दो डॉक्टरों अजय तावड़े, श्रीहरि हलनोर के साथ एक चपरासी को गिरफ्तार कर लिया है. अजय तावड़े फॉरेंसिक लैब के हेड हैं। दोनों डॉक्टरों को कोर्ट ने 30 मई तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है, पुलिस के मुताबिक, इन लोगों ने परिवार के दबाव में आकर अपने फर्ज़ को भुला दिया और ब्लड सैंपल को कूड़े में फेंक दिया और उसकी जगह किसी और का ब्लड सैंपल फोरेंसिक लैब को भेजा गया.