दुश्मनों की सफल रणनीति से सीखना भी चाहिये.. इसी रणनीति पर BJP भी चलने से हिचक नहीं रही है. फिर चाहे उसे कांग्रेस के दिखाये रास्ते पर ही क्यों ना चलना पड़े. वैसे भी सियासत में सब तरह के दांवपेंच खेले जाते हैं. Congress ने जैसे कर्नाटक में अपने प्रत्याशियों की पहली सूची 4-5 महीने पहले जारी कर दी थी, वैसे ही इस बार बीजेपी ने करीब 3 महीने पहले 39 नामों की पहली सूची जारी कर बाज़ी मार ली है. कांग्रेस बातें तो कर्नाटक के विजयी फार्मूले की कर रही है, लेकिन लिस्ट के मामले में बीजेपी से पिछड़ गयी है. लेकिन इस पहली लिस्ट ने बीजेपी के लिये मुसीबत भी खड़ी कर दी है. जिनके नेताओं को टिकट नहीं मिला है उसके समर्थक सड़कों पर उतर कर विरोध कर रहे हैं.