पत्रकार एचके वर्मा ने कहा कि छपरा के लिए यह सोचना भी संभव नहीं था कि गैस पाइपलाइन घर-घर तक पहुंचेगा लेकिन यह संभव हो पाया है. सड़क कनेक्टिविटी भी एक अहम मुद्दा है जो पूरा नहीं हुआ है. सीवेज ट्रिटमेंट प्लांट जैसी चीजें महानगर में ही देखने को मिलते थे.