इस बार के बिहार विधानसभा चुनाव में मोर्चे ही मोर्चे हैं, बदली हुई वफादारियां है. कल तक नीतीश कुमार के विरोध में खड़े जीतन राम मांझी खुश है कि उनको 7 सीटें मिल गई हैं. हालांकि उनपर परिवारवाद का आरोप लग रहा है. मांझी पर अपनी समधन और दामाद को भी जिताने की जिम्मेदारी है. वो खुद इमामगंज से खड़े हैं जहां उनका मुकाबला एक और दिग्गज नेता उदय नारायण चौधरी से है.