मणिपुर में कुकी आदिवासी समूह और बहुसंख्यक मैतेई लोगों के बीच जनजातियों को दिए जाने वाले आर्थिक लाभ और कोटा साझा करने को लेकर हिंसा भड़कने के लगभग तीन महीने बाद, संघर्ष समाप्त होने के बहुत कम संकेत हैं. इस बीच देशभर में इस मुद्दे पर जमकर राजनीति हो रही है. सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशंस और मैतेई सिविल सोसाइटी के तहत कुकी विद्रोही समूहों के साथ पिछले दरवाजे से बातचीत चल रही है, लेकिन इन वार्ताओं के माध्यम से विश्वास बनाना एक लंबी प्रक्रिया होने की उम्मीद है. इसलिए भी मणिपुर में हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है.