भोपाल की यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री में गैस रिसाव ने 5000 से ज्यादा लोगों की जान ले ली और हजारों को गंभीर रूप से प्रभावित किया, उसके लगभग 40 साल बाद, मध्य प्रदेश सरकार का गैस राहत विभाग, यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री से 350 मीट्रिक टन जहरीले कचरे का निपटान शुरू करने के लिए तैयार है। इस कचरे का निष्पादन इंदौर के पीथमपुर में ट्रीटमेंट स्टोरेज डिस्पोजल फैसिलिटी (TSDF) में किया जाएगा जिसके लिये केंद्र सरकार ने ₹126 करोड़ आवंटित किए हैं। यह प्रक्रिया इस महीने शुरू होने की संभावना है। ये कुल जहरीले कचरे का 5 प्रतिशत है. हालांकि इस अभियान को लेकर लोगों के ज़ेह्न में कई सवाल और आशंकाएं हैं |