भीमा कोरोगांव हिंसा और अर्बन नक्सल मामले में आरोपियों के वकीलों ने बड़ा खुलासा किया है. उनका दावा है कि आरोपियों में से एक रोना विल्सन के लैपटॉप से बरामद साजिश के मेल खुद उन्होंने नहीं लिखे थे बल्कि प्लांट करवाए गए थे. वकील मिहिर देसाई के मुताबिक, पुणे कोर्ट के आदेश पर मिले हार्ड डिस्क के क्लोन को अमेरिका के अर्सनाल डिजिटल फोरेंसिक लैब भेजा गया था. लैब की रिपोर्ट के अनुसार, सभी 10 के 10 पत्र मालवेयर के जरिए प्लांट किए गए थे.