हमारे देश में करोड़ों लोग हैं जो अपने मुक़दमों में न्याय के इंतज़ार में अपनी ज़िंदगी बेचैनी से गुज़ार रहे हैं उनका दिन का चैन और रात की नींद उसमें ख़त्म हो रही है लेकिन न्याय है कि हाथ में आता ही नहीं. कहते हैं कि न्याय मिलने में देरी न्याय न मिलने के समान है. Justice Delayed Is Justice Denied भारत में अदालतों में न्याय के इंतज़ार में तारीख़ पर तारीख़, तारीख़ पर तारीख़, ये इंतज़ार ही आदमी को तोड़ डालता है और कई बार मौत के मुंह में भी ले जाता है ऐसा ही एक मामला आज सामने आया जो सुर्ख़ियों में है.