बेगूसराय के मोहनपुर गांव स्थित एक स्कूल दूर से ही अपनी ओर आकर्षित करता है. यह स्कूल बिना सरकारी मदद के चल रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि गांव के लोगों का शिक्षा के प्रति झुकाव है, यही वजह है कि सभी लोग अपनी-अपनी क्षमता के अनुसार, स्कूल को आर्थिक मदद मुहैया कराते हैं. वह कहते हैं कि गांव के बच्चे शिक्षित होंगे, तभी तो उन्हें रोजगार मिलेगा. इस स्कूल से पढ़े हुए कई बच्चे आज अच्छी जगहों पर नौकरी कर रहे हैं. वह अपनी पहली सैलरी स्कूल को दान देते हैं.