दादरी के बिसाहड़ा गांव में पिछले साल सितंबर में गोमांस खाने के संदेह में भीड़ द्वारा मोहम्मद अखलाक को पीट-पीटकर मार डाले जाने के करीब नौ महीने बाद सोमवार को फिर इस गांव में तनाव की स्थिति रही। पुलिस की निषेधाज्ञा को धता बताते हुए बीजेपी और शिवसेना से जुड़े नेताओं के एक समूह ने यहां महापंचायत आयोजित की, जिसमें उन्होंने अखलाक के परिवार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उत्तर प्रदेश में अगले साल चुनाव होने हैं और ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या दादरी में फिर से साम्प्रदायिक उन्माद भड़केगा? बड़ी खबर में इसी मुद्दे पर खास नजर...