प्रोफेसर उषा गोस्वामी, यूनिवर्सिटी ऑफ कैम्ब्रिज की न्यूरोसाइंस इन एजुकेशन सेंटर की डायरेक्टर, बताती हैं कि कैसे लोरी की शांत और लयबद्ध धुनें बच्चों को भावनात्मक सुकून देती हैं और उनकी भाषा सीखने की क्षमता को बढ़ावा देती हैं। यह मधुर संगीत न सिर्फ बच्चे को शांत करता है, बल्कि माता-पिता और बच्चे के बीच के रिश्ते को भी मजबूत करता है, जिससे एक पोषक और सीखने वाला माहौल बनता है.