अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट में चौथे दिन सुनवाई शुरू होते ही मुस्लिम पक्षकारों ने रोज़ाना सुनवाई पर आपत्ति जता दी। मुस्लिम पक्षकारों के वकील राजीव धवन ने कहा, 'सुनने में आ रहा है कि सुप्रीम कोर्ट रोज़ाना यानी हफ्ते में पांच दिन इस मामले की सुनवाई करेगा. अगर ये सच है तो हम कोर्ट का सहयोग करने में असमर्थ हैं. ये सिर्फ एक हफ्ते का मामला नहीं. बल्कि लंबे समय तक चलने वाला मामला है. हमे दिन रात अनुवाद के कागज पढ़ने पड़ते हैं और अन्य तैयारियां करनी पड़ती हैं. लिहाज़ा ये अमानवीय और अव्यावहारिक है.' लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उनकी मांग को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि सुनवाई तो रोज़ाना ही होगी लेकिन मुस्लिम पक्षकारों की दलील देने की बारी आएगी तो वे चाहें तो हफ्ते के बीच मे ब्रेक ले सकते हैं.