देश में सांप्रदायिक तनाव, हिंसा और एक-दूसरे के धर्म के प्रति असहनशीलता के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ ने देश के नेताओं को सोच-समझकर बोलने की नसीहत दी है। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने अपने दशहरा संबोधन में एक- दूसरे के धर्म के प्रति आत्मीयता बढ़ाने पर जोर दिया है।