फरीदाबाद में 23 अगस्त को 12वीं के छात्र आर्यन मिश्रा की मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है. मृतक आर्यन मिश्रा के पिता ने जो एफआईआर दर्ज कराई है उसके मुताबिक उनके बेटे के दोस्त हर्षित की कुछ लोगों से आपसी रंजिश थी और इसी रंजिश को लेकर 23 अगस्त की रात हुए हमले में दुर्भाग्यवश उनके बेटे आर्यन को गोली लग गई। पहले ऐसी खबर आई थी कि गौरक्षकों ने तस्कर समझकर कार का पीछा किया और मार डाला. पुलिस ने इस मामले में 5 लोगों को गिरफ़्तार किया है. वहीं इस मामले में फरीदाबाद के ACP अमन यादव का कहना है कि अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता, मामले की जांच जारी है... अब तक जांच से पता चला है कि मृतक और आरोपी एक-दूसरे को नहीं जानते थे.साथ ही गिरफ़्तार किए गए किसी भी आरोपी का किसी भी गौरक्षा समूह से कोई रिश्ता नहीं है.