पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी अब हमारे बीच नहीं रहे. मुकाबला के इस एपिसोड में हम बात करेंगे कि क्या अटल जी जैसी सियासत आज के नेता भूलने लगे हैं? नेताओं की भाषा में अटल जी जैसा संयम क्यों नहीं? क्या विरोधियों के साथ अच्छे रिश्ते वाले नेता अब हैं? हम इस मुद्दे पर भी बात करेंगे कि अटल जी की राजनीतिक विरासत बीजेपी आगे कैसे लेकर जाएगी? गठबंधन राजनीति के युग में क्या कभी कोई अटल जी जैसे सर्वमान्य नेता हो पाएंगे? पाकिस्तान पर जो अटल जी का विज़न था वो आगे कायम रहेगा? भारतीय राजनीति में गिरती भाषा के स्तर को अटल जी की याद में क्या अलग-अलग दलों के नेता सुधारेंगे? क्या भारतीय राजनीति में अटल जी को देखते हुए विरोध और दुश्मनी का फ़र्क कायम रखा जाएगा?