अटल बिहारी वाजपेयी को सिर्फ दिल्ली में याद नहीं किया गया. देश के दूसरे शहरों कस्बों में भी याद किया गया. रानीखेत में गांधी चौक हो या राजस्थान का नागौर या फिर मध्य प्रदेश का ग्वालिय. ग्वालियर और लखनऊ के बिना अटल बिहारी वाजपेयी की राजनीतिक यात्रा का वृत्तांत अधूरा ही रहेगा.