तेलंगाना के जिन कोनों तक पक्की सड़क तक नहीं पहुंच पाई, वहां पहुंच गईं 52 साल की अनसुया अम्मा. वे 15 साल की उम्र से इलाकों की खाक छान रही हैं. उन्होंने करीब 37 साल में उन्होंने 22 गांवों के लोगों को प्रेरित करके अब तक हजार एकड़ में 20 लाख से भी ज्यादा पेड़ लगाए हैं.