आजाद भारत में पहली बार किसी महिला को फांसी देने की बात चल रही है. उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले की शबनम का अपराध ऐसा है कि अदालत ने उसे फांसी की सजा सुनाई थी. सुप्रीम कोर्ट में इस सजा के खिलाफ पुनर्विचार याचिका खारिज होने के बाद शबनम ने राष्ट्रपति के समक्ष दया की अपील की थी जिसे भी नामंजूर किया जा चुका है. शबनम को घर के सात सदस्यों की बर्बरतापूर्वक हत्या करने का दोषी ठहराया गया है. अब शबनम के बेटे ने अपनी मां के लिए गुहार लगाई है. बेटे ने राष्ट्रपति से अपनी मां की फांसी की सजा को माफ करने की अपील की है.