बलात्कार और हत्या के एक मामले में अदालत 21 साल के एक शख्स को दोषी पाती है, सजा होती है. मामले में पिछले 11 साल में तीन ट्रायल किए जाते हैं, और अंत में, लगभग 11 साल की सजा काटने के बाद, उस लड़के को कोर्ट बरी कर देता है. मामला मध्य प्रदेश का है जहां के रहने वाले अनोखीलाल के साथ ये त्रासदी हुई. आपराधिक मामलों में देरी और सही से न्याय ना होने पर सुप्रीम कोर्ट के वकील आर के सिंह से बात की हमारे सहयोगी आशीष भार्गव ने.