फिल्म साइना के संगीतकार अमाल मलिक (Amal Malik)का कहना है कि युवा म्यूजिक डायरेक्टर (, बैकग्राउंडर स्कोरर और कंपोजर को भी अहमियत और पहचान मिलने लगी है. मलिक का कहना है कि बैकग्राउंड स्कोर साइना में भी काफी अलग है. 26 साल की उम्र में उन्हें इस फिल्म को स्कोर करने को मिली. इसमें मैसीडोनिया टच भी लाने में सफल रहा. बैकग्राउंड स्कोर और कंपोजिंग में दोनों में काफी वक्त और दिमाग लगता है. बैकग्राउंड स्कोर सबसे अनाम लेकिन सबसे मेहनती जॉब है. स्क्रिप्ट के साथ भी और अकेलेपन में भी म्यूजिक लोगों से कनेक्ट करे, यही उनका मकसद रहता है.