एबीवीपी ने JNU हिंसा पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि जेएनयू के टीचर्स हमें धमकाते हैं. उन्होंने कहा कि जो व्हाट्सएप ग्रुप और चैट वायरल किया रहा है उसकी जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि उस ग्रुप के सभी नंबरों की जांच हो ताकि उसकी सच्चाई का पता लगाया जा सके. एबीवीपी छात्रसंघ की महासचिव निधि त्रिपाठी ने कहा कि जेएनयू हिंसा पर चर्चा हो रही है लेकिन उसे सिर्फ 5 जनवरी तक ही सीमित कर दिया गया.