दो दिन के भीतर ही बार में चार-चार पुल एक ही दिन में ध्वस्त हो गए. नदियों में जलप्रवाह का शिकार बने और आंखों के सामने ही ये पुल आज ध्वस्त हो गए। चौबीस घंटों में जो चार पुल गिरे हैं वो सभी गंडकी नदी पर ही बने थे ।