बाल विवाह जैसी कुरीति हमारे समाज में आज के दौर में भी हकीकत बनी हुई है. कोरोना महामारी के दौरान महाराष्ट्र में 790 बाल विवाहों को रोका गया. अप्रैल 2020 से सोलापुर में 18 साल से कम उम्र की 88 लड़कियों की शादी के मामले रोके गए हैं. औरंगाबाद से 62 मामले थे. उस्मानाबाद में 45 मामले रोके गए.