पहले नोटबंदी, फिर जीएसटी की मार व्यापारियों पर ऐसी पड़ी है कि देश के सबसे बड़े थोक बाज़ारों में से एक दिल्ली के सदर बाज़ार के व्यापारियों ने इस साल दशहरा नहीं मनाने का फैसला लिया है. व्यापारियों का कहना है कि इस साल त्योहार मनाने की इनके पास कोई वजह नहीं है, क्योंकि पिछले एक साल से धंधा पूरी तरह मंदा है.