उत्तर प्रदेश के बिजली विभाग में 2268 करोड़ का पीएफ घोटाला सामने आया है. कर्मचारियों के प्रोविडेंट फंड की ये रक़म डूबने की कगार पर पहुंची एक प्राइवेट कंपनी DHFL यानी दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड में जमा कर दी गई है. इससे लाखों बिजली कर्मचारियों की जिंदगी भर की गाढ़ी मेहनत की कमाई फंस गई है. योगी सरकार इस फैसले के लिए अखिलेश यादव सरकार को और अखिलेश यादव इसके लिए योगी सरकार को दोषी ठहरा रहे हैं. इस मामले में पावर कॉर्पोरेशन के एमडी समेत तीन बड़े अफसर गिरफ्तार कर लिए गए हैं. सीबीआई जांच के भी आदेश दे दिए गए हैं.