एक 13 साल की बच्ची पर मनोवैज्ञानिक प्रभाव की कल्पना करें, जिसका उसके ही पिता और 15 साल के रिश्ते के भाई द्वारा यौन शोषण किया गया और धमकी दी गई. ऐसी है एक लड़की है आशी (बदला हुआ नाम), जिससे रेप किया गया. कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन की सहयोगी संस्था, बचपन बचाओ आंदोलन अब बच्ची के लिए सहायक व्यक्ति के रूप में कार्य कर रही है और उसकी मां को कानूनी सहायता प्रदान कर रही है ताकि आशी को जल्द न्याय मिल सके.
यौन शोषण की शिकार बालिकाओं को समय पर न्याय सुनिश्चित करने के लिए और अभी दान करने के लिए इस
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