विप्रो ने नए-नए लोगों को (फ्रेशरों को) की जाने वाली वेतन की पेशकश में लगभग 50 फीसदी की कटौती कर दी है, जिसे सर्मचारी यूनियन NITES ने 'अन्यायपूर्ण' और 'अस्वीकार्य' बताया है. यूनियन की मांग है कि IT कंपनी अपने फैसले पर पुनर्विचार करे. इस वीडियो में अरुण सिंह समझा रहे हैं, विप्रो ने क्यों किया यह फैसला.