- नैनीताल के DSA मैदान में लीमेक्स क्लब और अय्यारपाता फुटबॉल क्लब के बीच क्वार्टर फाइनल के दौरान यह घटना हुई
- मैच के दौरान लीमेक्स क्लब ने दो गोल करके 2-0 की बढ़त बनाई जिसके बाद अय्यारपाता के खिलाड़ी आक्रामक हो गए
- फाउल को लेकर खिलाड़ियों के बीच बहस हुई जो धक्का-मुक्की और फिर मारपीट में बदल गई
उत्तराखंड के नैनीताल के डीएसए मैदान में चल रही लेन्डो लीग फुटबॉल प्रतियोगिता शनिवार को उस वक्त हंगामे में बदल गई जब चौथे क्वार्टर फाइनल मैच के दौरान खिलाड़ियों में जमकर हाथापाई हो गई. लीमेक्स फुटबॉल क्लब और अय्यारपाता फुटबॉल क्लब के बीच खेला जा रहा यह मुकाबला शुरुआत में शानदार खेल के लिए सुर्खियों में था, लेकिन बीच में मैदान रणभूमि में तब्दील हो गया.
मैच शुरू होने के महज दस मिनट बाद लीमेक्स क्लब ने पहला गोल कर 1-0 की बढ़त बना ली. मध्यांतर तक स्कोर इसी स्थिति में रहा. दूसरे हाफ में लीमेक्स ने पेनल्टी से एक और गोल दागा और 2-0 की मजबूत स्थिति में पहुंच गया. बढ़त से बौखलाए अय्यारपाता के खिलाड़ी आक्रामक हो गए और लगातार फाउल करने लगे. इसी बीच एक फाउल को लेकर दोनों टीमों के खिलाड़ियों में तीखी बहस हुई जो देखते ही देखते धक्का-मुक्की और फिर लात-घूंसों में बदल गई.
कुछ ही सेकंड में दोनों क्लबों के समर्थक भी मैदान में उतर आए और एक-दूसरे पर थप्पड़ों और घूंसों की बारिश शुरू हो गई. अफरा-तफरी के माहौल में रेफरी ने स्थिति को संभालने की कोशिश की और खेल भावना को बनाए रखने के लिए दोनों टीमों के दो-दो खिलाड़ियों को रेड कार्ड दिखाकर मैदान से बाहर कर दिया.
हालांकि बवाल के बावजूद मैच को दोबारा शुरू किया गया, जिसमें लीमेक्स फुटबॉल क्लब ने 3-0 से शानदार जीत दर्ज की और सेमीफाइनल में जगह बना ली. लेकिन मैच के दौरान हुई मारपीट का यह दृश्य अब नैनीताल में चर्चा का विषय बना हुआ है. दर्शकों ने कहा कि खेल भावना को ठेस पहुंचाने वाली इस घटना ने टूर्नामेंट की साख पर दाग लगा दिया है.
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