उत्तर प्रदेश में आगरा के छावनी क्षेत्र की रेलवे कॉलोनी में जूट की बोरी के अंदर लगभग 25 किलोग्राम वजन का इंडियन सोफ्टशेल टर्टल (कछुआ) पाया गया, जिसे वाइल्डलाइफ एसओएस के सदस्यों ने बचाया किया.
एसओएस के सदस्य श्रेयस पचौरी ने इस संबंध में शनिवार को बताया कि कछुए को वर्तमान में चिकित्सा निगरानी में रखा गया है और जल्द ही वाइल्डलाइफ एसओएस के पशु चिकित्सकों द्वारा फिट करार दिए जाने पर वापस उसके प्राकृतिक पर्यावास में छोड़ दिया जाएगा.
उन्होंने बताया कि रेलवे कॉलोनी निवासी एक व्यक्ति ने शुक्रवार की शाम को एक अजीब दृश्य देखा कि एक बड़ा सा कछुआ सड़क किनारे जूट की बोरी में बंद था और उसके शरीर के चारों ओर रस्सियां बंधी हुई थीं.
उन्होंने बताया कि इस घटना के बारे में वाइल्डलाइफ एसओएस की हेल्पलाइन को तुरंत संपर्क किया गया, जिसके बाद दो-सदस्यीय टीम सहायता के लिए पहुंची और उसने कछुए को बचाया.
कछुए की पहचान इंडियन सोफ्टशेल टर्टल के रूप में हुई, जो दक्षिण एशिया के मीठे पानी में पाई जाने वाली प्रजाति है.
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