- उत्तर प्रदेश में रायबरेली के गोल चौराहे पर स्वामी प्रसाद मौर्या पर स्वागत के दौरान अचानक हमला हुआ था.
- हमलावर ने माला पहनाकर उनके सिर पर वार किया, लेकिन कार्यकर्ताओं ने उसे पकड़कर पुलिस को सौंप दिया.
- पुलिस ने हमले में करणी सेना के शामिल होने से इनकार किया जबकि मौर्या ने इसका आरोप करणी सेना पर लगाया.
Swami Prasad Maurya News: उत्तर प्रदेश में मायावती, मुलायम सिंह और योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे अपनी जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्या पर बुधवार को रायबरेली में हमला हुआ. एक व्यक्ति ने पहले स्वामी प्रयास मौर्या को माला पहनाई, फिर उनके सिर पर पीछे से वार करके भागने का प्रयास किया. लेकिन कार्यकर्ताओं ने उसे पड़कर जमकर पीटा और उसे पुलिस को सौंप दिया. पुलिस ने इस हमले पर करणी सेना के होने से इनकार किया है. हालांकि स्वामी प्रसाद मौर्या ने इसके पीछे करणी सेना का हाथ होने की बताया है. इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. स्वामी प्रसाद मौर्या पर हमले के आरोप में दो युवकों को गिरफ्तार किया गया है.
रायबरेली गोल चौराहे पर स्वागत के समय हुआ हमला
मिली जानकारी के अनुसार स्वामी प्रसाद मौर्या लखनऊ से फतेहपुर जा रहे थे. रायबरेली से गुजरते वक्त उनका स्वागत शहर के गोल चौराहे पर किया जा रहा था. तभी उनपर किसी ने हमला कर दिया. पहले उस व्यक्ति ने उन्हें माला पहनाई फिर उनके सिर पर पीछे से वार करके भागने लगा. जिसके बाद वहां मौजूद कार्यकर्ताओ ने उसे घेरकर पीटना शुरू कर दिया.
हमलावर रोहित द्विवेदी बोला- हम विरोध कर रहे थे
इसी बीच हमलावर युवक के अन्य समर्थक आ गए और स्वामी प्रसाद मौर्या के समर्थकों और हमलावर युवक के समर्थकों में झड़प हो गई. हमलावर युवक का नाम रोहित द्विवेदी है. उसने बताया कि हम विरोध कर रहे थे और हमें इनके लोगो ने मारा है. वो सनातन का विरोध करते है. ब्राह्मणों को गाली देते थे. राम जी का विरोध करते है. इसलिए हमने हमला किया.
स्वामी प्रसाद मौर्या ने इस घटना पीछे करणी सेना का हाथ बताया. उन्होंने कहा कि करणी सेना के लोग योगी सरकार की छवि को मिट्टी में मिलने का काम कर रहे हैं. इन्हें सरकार का समर्थन हासिल है.
स्वामी प्रसाद मौर्या बोले- पुलिस की मौजूदगी में हुआ हमला
स्वामी प्रसाद मौर्या का कहना है कि पुलिस की मौजूदगी में ये हमला हुआ. इसी के बाद दोनों पक्षों में मारपीट भी पुलिस की मौजूदगी में हुई. बताया जा रहा है कि हमलावर युवक करणी सेना का कार्यकर्ता था और करणी सेना के लोगों ने स्वामी पर हमला करवाया है. लेकिन पुलिस इस मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर रही है.
झड़प इतनी तेज कि बचाने में एक पुलिस कर्मी भी घायल
स्वामी प्रसाद मौर्या पर पुलिस की मौजूदगी में हमला हुआ. उसके बाद कार्यकर्ताओं के बीच झड़प यह बताती है कि इस सरकार में कानून का खौफ खत्म हो चुका है. दोनों पक्षों के बीच झड़प कितनी उग्र थी कि एक पुलिसकर्मी थी घायल हो गया. झड़प का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. हमलावर भी बुरी तरह से घायल हो गए.
स्वामी प्रसाद मौर्या के विरोधी नेता का नजदीकी है आरोपी
सूत्र बताते हैं कि रोहित द्विवेदी स्वामी प्रसाद मौर्य के एक विरोधी नेता जो अब बीजेपी में हैं, उनके संपर्क में था. स्वामी एक जमाने में रायबरेली के उंचाहार विधानसभा सीट से चुनाव लड़ते थे. आरोपियों की पहचान रोहित द्विवेदी पुत्र अमरेश कुमार निवासी कौरापुर गौरा रामगंज थाना डीह और शिवम यादव पुत्र कृष्ण कुमार निवासी गांव आटी थाना डीह के रूप में हुई है. दोनों को गिरफ्तार कर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ रोहित द्विवेदी
स्वामी प्रसाद मौर्या को थप्पड़ मारने वाला रोहित द्विवेदी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. कई लोग उसके समर्थन में कई लोग उसके खिलाफ प्रतिक्रिया दे रहे हैं. ब्राह्मण समाज के कई यूजर रोहित को हीरो के रूप में बता रहे हैं. शंकाराचार्य परिषद के अध्यक्ष और शांभवी पीठाधीश्वर स्वामी आनन्द स्वरूप ने रोहित द्विवेदी को इनाम देने की घोषणा तक कर दी.
स्वामी आनंद स्वरूप ने लिखा- रामचरित मानस को फाड़ने वाले धर्म-द्रोही स्वामी प्रसाद मौर्य को किसी पराक्रमी नौजवान ने थप्पड़ दिया है. काली सेना ऐसे पराक्रमी को सम्मानित करेगी और 51 हज़ार नगद इनाम देगी. धर्म-द्रोही की एक ही सजा. थप्पड़ का मजा. थप्पड़ का मजा.
यह भी पढ़ें - स्वामी प्रसाद मौर्य पर सरेआम जड़ा थप्पड़, पुलिस ने शख्स को हिरासत में लिया