देश में तांडव मचा रही वैश्विक महामारी कोरोना (Coronavirus) की दूसरी लहर में ऑक्सीजन और दवाओं की कमी से हाहाकार मचा हुआ है. दो करोड़ 75 लाख लोग अभी तक कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं और लाखों लोग अभी तक अपनी जानें गंवा चुके हैं. इसी के चलते सरकार ने कोरोना का प्रसार रोकने के लिए कड़े नियम बनाए हैं जिसमें लॉकडाउन (Lockdown) किया गया. सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइन का उल्लंघन करने पर जनता से भारी जुर्माना वसूला जा रहा है. लगता है सरकार ने जुर्माने के नाम पर की जा रही वसूली को सरकार और प्रशासन की आय का जरिया बना लिया है. उत्तर प्रदेश के एक छोटे से जिले रामपुर की पुलिस ने 5 करोड़ 50 लाख का जुर्माना वसूला है. यह जुर्माना बिना वजह घूमने, मास्क न लगाने और गाड़ियों के चालान से वसूला गया है.
जनपद रामपुर में वैश्विक महामारी कोरोना से निपटने के नाम पर जारी की गई सरकारी गाइडलाइन का पालन कराने के लिए पुलिस सड़कों पर उतरी हुई है. यूं तो सड़कें सुनसान पड़ी है लेकिन कुछ लोग अभी भी घरों से बाहर निकलने को मजबूर हैं. कोरोना महामारी की इस दूसरी लहर में सुनसान सड़कों पर पुलिस ने मानों घर से बाहर निकलने वालों को सबक सिखाने की ठान ली है. कोरोना गाइडलाइन के उल्लंघन के नाम पर पुलिस लोगों के धारा 188 के अंतर्गत चालान कर रही है. उनकी गाड़ियां सीज कर रही है और भारी-भरकम जुर्माना भी वसूल रही है. बता दें कि पुलिस ने जब से रामपुर में लॉकडाउन शुरू हुआ है तब से अब तक 540 लोगों पर मुकदमे दर्ज किए हैं और लगभग 5 करोड़ 50 लाख का जुर्माना भी वसूल किया है.
इस मामले पर पुलिस अधीक्षक शगुन गौतम ने बताया कि कोरोना गाइडलाइन और कोरोना कर्फ्यू का पालन कराने के लिए पुलिस रोड पर खड़े होकर इंफोर्समेंट कर रही है. पूरे कोरोना काल में हमने 540 मुकदमे दर्ज किए हैं और तीन हज़ार लोगों पर कार्रवाई की है. साथ ही साथ मास्क और थूकने को लेकर एक करोड़ 92 लाख का जुर्माना वसूला है. साथ ही हमने 2400 से ज्यादा वाहन सीज़ किए हैं. सब मिलाकर हमने 5 करोड़ 50 लाख का जुर्माना वसूला है. इसका असर देखने को मिला है कि लोग अनावश्यक बाहर घूमते नजर नहीं आ रहे हैं. इसी का नतीजा है कि जनपद रामपुर में कोरोना बहुत हद तक कंट्रोल है.