उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपने पूर्व आईजी को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार अधिकारी का नाम अमिताभ ठाकुर है. वो भारतीय पुलिस सेवा के 1992 बैच के अधिकारी थे. सरकार ने मार्च 2021 में उन्हें जबरदस्ती रिटायर कर दिया था. मिली जानकारी के मुताबिक ठाकुर को उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वो ट्रेन से लखनऊ से दिल्ली जा रहे थे. सादे कपड़ों में आए पुलिस के जवानों ने उन्हें शाहजहांपुर के पास ट्रेन से उतार लिया. ठाकुर के गिरफ्तारी की पुष्टि लखनऊ के डीसीपी विश्वजीत श्रीवास्तव ने की. इसके साथ ही ठाकुर और उनकी पत्नी के सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स के अकाउंट को सस्पेंड करा दिया गया है.
Ex IPS की पत्नी ने क्या बताया
गिरफ्तार पूर्व आईपीएस की पत्नी नूतन ठाकुर ने 'एनडीटीवी' को टेलीफोन पर बताया कि अमिताभ ठाकुर पर देवरिया में एक एफआईआर दर्ज है. इसमें एक जमीन की खरीद में धोखाधड़ी का आरोप है. दरअसल तीन महीने पहले लखनऊ के ताल कटोरा पुलिस थाने में संजय शर्मा नाम के एक शख्स ने मुकदमा दर्ज कराया था. बाद में इस मुकदमे को देवरिया ट्रांसफर कर दिया गया. अमिताभ ठाकुर 1999 में देवरिया के पुलिस अधीक्षक थे. उस समय वहां एक जमीन खरीदी गई थी. यह जमीन नूतन ठाकुर के नाम से इंडस्ट्रियल एरिया में ली गई थी. नूतन का कहना था कि इसमें नाम में कुछ एरर हो गया था, लेकिन उस जमीन को सरेंडर कर दिया गया था.ठाकुर ने बताया संस्था द्वारा लीज पर जमीन देती थी, वह चला नहीं पाती इसलिए उन्हें सरेंडर कर दिया था.उन्होंने कहा कि जब सरकार ताकतवर होती है तो वह लोगों को इसी तरीके से परेशान करती है.
अमिताभ ठाकुर पर क्या हैं आरोप
शिकायत दर्ज कराने वाले शख्स का आरोप है कि जमीन की खरीद-फरोख्त में अनियमितता हुई थी.इसलिए पुलिस अधीक्षक होने के नाते अमिताभ ठाकुर को मुकदमा दर्ज कराना चाहिए था. लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. शर्मा ने अपनी शिकायत के साथ कई दस्तावेज भी दिए थे. गिरफ्तारी के बाद अमिताभ ठाकुर को पुलिस लेकर देवरिया गई है. वहां उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा.
ये भी पढ़ें: धू-धू कर जल रही बिल्डिंग... सूरत कपड़ा बाजार की इमारत में खौफनाक आग, देखिए वीडियो














