- दिल्ली ब्लास्ट के बाद देश की सुरक्षा एजेंसियां और वैज्ञानिक इकाइयां सतर्क हैं और जांच प्रक्रिया तेज हो गई है.
- UP के उन्नाव में इंपोर्टियल एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री से भारी मात्रा में रेडियोएक्टिव पदार्थ मिला.
- फैक्ट्री 2018 में बंद हो गई थी, फिर भी रेडियोएक्टिव पदार्थ वहां मौजूद था.
दिल्ली ब्लास्ट के बाद देश की सुरक्षा एजेंसियां, पुलिस और वैज्ञानिक इकाइयां सतर्क हो गई हैं. इसी क्रम में आज उत्तर प्रदेश के उन्नाव के दही थाना क्षेत्र में एक एग्रो प्रोडक्ट से जुड़ी कंपनी इंपोर्टियल एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड से रेडियो एक्टिव पदार्थ मिलने के बाद फैक्ट्री को सील किया गया. दिल्ली से पहुंची विशेषज्ञों की टीम के पहुंचने पर उन्नाव जिला प्रशासन की तरफ से सिटी मजिस्ट्रेट राजीव राज और पुलिस के साथ टीम दही थाना क्षेत्र के मेसर्स इंपोर्टियल एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड पहुंचे. बताया जा रहा है कि फैक्ट्री फलों को संरक्षित करने का काम करती थी, लेकिन 2018 में फैक्ट्री को बंद कर दिया गया था.
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फैक्ट्री में मिला भारी तादाद में रेडियोएक्टिव पदार्थ
अभी भी फैक्ट्री में भारी तादाद में रेडियोएक्टिव पदार्थ कोबाल्ट होने की जानकारी मिल रही थी. जिसके बाद भाभा एटॉमिक सेंटर और परमाणु ऊर्जा नियामक परिषद की टीम जिला प्रशासन और पुलिस की मौजूदगी में फैक्ट्री में पहुंची. एक बार फिर से पदार्थ को सीज किया गया और अब इसके डिस्ट्रॉय करने की प्रकिया की शुरुआत की गई.
सील की गई उन्नाव की फैक्ट्री
डिपार्टमेंट ऑफ एटॉमिक एनर्जी किरन सोनवाने ने बताया की कंपनी गवर्नमेंट के रूल्स का पालन नहीं कर रही थी, जिसके कारण सीज की कार्रवाई की गई है. बताया जा रहा है कि भाभा एटॉमिक सेंटर के वैज्ञानिकों, परमाणु ऊर्जा नियामक परिषद, डिपार्टमेंट ऑफ़ एटॉमिक एनर्जी की एक दर्जन लोगों की टीम उन्नाव के दही थाना क्षेत्र इंपोर्टियल एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में पहुंची थी.













