UP : उत्तर प्रदेश के कानपुर में कुछ अतिवादी लोगों ने सरेआम एक मुस्लिम रिक्शेवाले को पीटते हुए 'जयश्री राम' के नारे लगवाए और सड़क पर उसका जुलूस निकाला. कानपुर की एक बस्ती में दो पड़ोसी कुरैशा और रानी के परिवार में बाइक के मुद्दे को लेकर झगड़ा शुरू हुआ था, इसमें कुरैशा ने रानी पर मारपीट की FIR की तो रानी ने कुरैशा के लड़कों पर छेड़खानी की. फिर बजरंग दल इस मामले में आया और उसने कल वहां जाकर प्रदर्शन किया. इस मामले में पिटते हुए पिता को बचाने के लिए उसकी बच्ची लिपटकर रोती रही लेकिन धर्म के नाम पर यह करने वालों को उस पर रहम नहीं आया. खास बात यह है कि पिटने वाले अफसार पर न कोई आरोप है और नहीं उसके खिलाफ कोई एफआईआर है.
कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने इस मामले को लेकर बताया कि घटना के 3 मुख्य आरोपी राजेश बैंड वाला, अमन गुप्ता और राहुल कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. बाकी अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए दबिशें दी जा रही हैं.
'हमलावर' कुरैशा बेगम के घर उनके बेटों को पकड़ने गए थे, उनके बेटे नहीं मिले लेकिन सड़क पर उनके देवर हाथ लग गए तो उनके साथ ही मारपीट की. घटना के पहले बजरंग दल वे वहां पर एक सभा भी की थी. कानपुर बजरंग दल के जिला संयोजक दिलीप सिंह बजरंगी कहते हैं, 'हम हिंदू समाज को आहत नहीं होने देंगे. हम अपने सनातन धर्म को बचाने के लिए स्वयं सक्षम हैं. अगर हमारा हिंदू परिवार किसी भी प्रकार से परेशान रहेगा तो हम उसके लिए ढाल बनकर खड़े हैं.' बहरहाल, पुलिस दोनों पक्षों की एफआईआर दर्ज कर जांच कर रही थी तभी किसी की राय पर रानी ने बजरंग दल के लोगों से मुलाकात की, जिन्होंने उनकी बस्ती में प्रदर्शन किया.
वैसे कुरैशा का कहना है कि रानी के दरवाजे पर बाइक लड़ने से शुरू हुए झगड़े को सांप्रदायिक रंग दिया जा रहा है. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर अफसार की जान बचाई और उनकी तरफ से कुछ लोगों पर मारपीट की एफआईआर की है. एसीपी कानपुर साउथ, रवीना त्यागी ने कहा, 'जो पीडि़त है उनकी तहरीर के आधार पर कुछ नामजद और कुछ अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा कायम कर लिया गया है. मामले में कार्रवाई की जा रही है.'