यूपी: 5 महीने की बच्ची का शव गोद में लिए अस्पताल के बाहर फूट-फूटकर रोता रहा पिता

हालांकि, प्रशासन की ओर से दावा किया गया है कि इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर ने अटेंड किया तो पता चला कि वे लोग जिस बच्ची को लेकर आये थे वह ज़िंदा नहीं थी.  

विज्ञापन
Read Time: 14 mins
लखनऊ:

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामना आया है. बाराबंकी के सिरौली ग़ौसपुर इलाके के सरकारी अस्पताल के बाहर एक बाप अपनी पांच महीने की बच्ची का शव गोद में लिए फूट फूट कर रोता रहा. पीड़ित पिता का इल्ज़ाम है कि वह अपनी बच्ची को इलाज के लिए वहां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गया, लेकिन वहां कोई डॉक्टर नहीं था. हालांकि, प्रशासन की ओर से दावा किया गया है कि इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर ने अटेंड किया तो पता चला कि वे लोग जिस बच्ची को लेकर आये थे वह ज़िंदा नहीं थी.  

पीड़ित पिता ने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बाद वह बगल में कोविड अस्पताल की इमरजेंसी में गया. वहां भी कोई डॉक्टर नहीं थे. दो घंटे तक वह अपनी बच्ची को गोद में लिए भटकता रहा. बच्ची की मौत हो गयी, लेकिन उसे इलाज नहीं मिला. बच्ची के पिता संदीप कुमार शुक्ला का कहना है कि उसकी बच्ची घर में तख्त से गिर गई थी. चोट लगने से उसे बुखार आ गया था.

READ ALSO: कोविड का ऐसा खौफ..संक्रमण से मरे पिता को JCB से उठवाया, गड्ढा खुदवाकर जमीन में दफनाया

हालांकि, बाराबंकी के डीएम डॉ आदर्श सिंह ने ज़िले के सीएमओ बी. के. एस चौहान का बयान ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि बच्ची को इलाज न मिलने की खबर ग़लत है. बच्ची को इमरजेंसी डयूटी पर तैनात डॉक्टर अनिल श्रीवास्तव और पैरामेडिकल स्टाफ ने अटेंड किया तो पता चला कि वे लोग जिस बच्ची को लेकर आये थे वह ज़िंदा नहीं थी.

Advertisement

वीडियो: यूपी के बलरामपुर में कोरोना से मृत व्यक्ति का शव नदी में फेंका

Advertisement
Featured Video Of The Day
Jhansi Medical College के बच्चा वार्ड में लगी भीषण आग, 6 बच्चों की मौत की खबर | Breaking News
Topics mentioned in this article