कानपुर में हेयर ट्रांसप्लांट के बाद दो इंजीनियरों की मौत के मामले में आरोपी डॉक्टर अनुष्का तिवारी ने सोमवार को सीजेएम कोर्ट में सरेंडर कर दिया. एफआईआर दर्ज होने के बाद से ही अनुष्का फरार चल रही थीं. पुलिस डॉक्टर अनुष्का की तलाश में जगह-जगह छापेमारी कर रही थी. वहीं, डॉक्टर अनुष्का ने पुलिस की आंखों में धूल झोंकते हुए कोर्ट में सरेंडर कर दिया है. कोर्ट ने उन्हें जेल भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी. पुलिस जल्द ही उन्हें रिमांड पर लेकर मामले से जुड़ी पूछताछ और जांच-पड़ताल करेगी.
क्या हैं डॉक्टर अनुष्का पर आरोप
अनुष्का तिवारी पर आरोप है कि उन्होंने दो इंजीनियरों का हेयर ट्रांसप्लांट किया था जिसके 48 घंटे बाद ही दोनों की मौत हो गई. घटना ने पूरे शहर में सनसनी फैला दी थी. पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है. दोनों इंजीनियर्स का नाम क्रमश: विनीत कुमार दुबे और प्रमोद कटियार था. डॉक्टर अनुष्का जो एक डेंटिस्ट हैं, वह हादसे के बाद से ही फरार थीं. विजय कुमार दुबे की पत्नी जया त्रिपाठी की तरफ से नौ मई को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई थी. पीड़ित की पत्नी के अनुसार 13 मार्च को सर्जरी हुई थी और 15 मार्च को उनके पति की एक दूसरे अस्पताल में मौत हो गई थी.
क्यों देर से दर्ज हुआ मामला
जया त्रिपाठी की मानें तो शुरुआत में पुलिस ने मामले को जरा भी गंभीरता से नहीं लिया था. इसलिए शिकायत दर्ज कराने में देरी हुई थी. जब उन्होंने मुख्यमंत्री के ग्रीवान्स सेल में शिकायत दर्ज कराई तब जाकर पुलिस ने केस रजिस्टर किया. सरकारी वकील दिलीप सिंह ने इस मामले पर विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने बताया, ' अनुष्का तिवारी के खिलाफ गंभीर आरोप हैं. उन्होंने सर्जरी की थी जो कि उनके क्षेत्र से जुड़ी ही नहीं थी. हमारे पास इस बात के पर्याप्त सबूत हैं जो इस मामले से जुड़े हुए हैं.' उन्होंने बताया कि इस मामले में काकादेव पुलिस स्टेशन में केस दर्ज हुआ है. पहली नजर में अनुष्का तिवारी दोषी हैं. उन्होंने कहा, 'आज अनुष्का तिवारी ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया. उनके सरेंडर करने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया है.'
डॉक्टर ने मानी गलती
पुलिस में दर्ज शिकायत में विनीत कुमार दुबे की पत्नी ने आरोप लगाया है कि 14 मार्च को उन्हें एक फोन आया. इसमें उन्हें बताया गया कि उनके पति का चेहरा सूज गया है. उन्होंने कहा कि डॉक्टर से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. जया त्रिपाठी ने दावा किया कि "हमने उसी रात करीब 11 बजे डॉक्टर अनुष्का तिवारी को फिर से फोन किया और उन्होंने तब स्वीकार किया कि बिना किसी जांच के उन्होंने यह सर्जरी की थी.' उन्होंने आगे कहा कि उनके पास इस बातचीत का कॉल रिकॉर्ड है.
15 मार्च हुई थी मौत
त्रिपाठी ने अपनी शिकायत में कहा कि उनके पति को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया. यहां 15 मार्च को उनकी मौत हो गई और डॉक्टर उस दिन से लापता हैं. एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया, 'एक महिला ने शिकायत की है कि उसके पति की मौत हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी के दौरान हो गई. शुरुआती जांच में एक डॉक्टर के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है. साथ ही वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं.'