उत्तर प्रदेश विधानसभा में आज कोडीन कफ सिरप से लेकर एसआईआर के मुद्दे पर जोरदार हंगामा देखने को मिल रहा है. शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायकों ने कोडीन कफ सिरप मामले पर जोरदार हंगामा किया. विपक्ष ने इस मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग की और नारेबाजी करते हुए सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. सुबह कार्यवाही शुरू होते ही सपा विधायकों ने सदन में प्रदर्शन किया. उनका कहना था कि कोडीन आधारित कफ सिरप की तस्करी और इसके दुरुपयोग पर सरकार कार्रवाई नहीं कर रही है.
कोडीन पर क्या कुछ बोलीं सरकार
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि कोडीन से उत्तर प्रदेश में एक भी मौत नहीं हुई है. उन्होंने विपक्ष को आश्वस्त किया कि सरकार इस मामले में गंभीर है. वहीं सपा का आरोप है कि सरकार माफियाओं को बचा रही है. सपा विधायक अतुल प्रधान ने कहा, "सरकार ऐसे माफियाओं को बचाने की कोशिश कर रही है. अब उनके बुलडोजर का ड्राइवर सो गया है, यह बहुत गंभीर मामला है और कार्रवाई होनी चाहिए."
बीजेपी का विपक्ष पर जोरदार पलटवार
राज्य मंत्री असीम अरुण ने सपा पर पलटवार करते हुए कहा, "यह साफ है कि किस पार्टी के लोग इस कफ सिरप मामले में शामिल हैं. अपना अपराध छिपाने के लिए आज वे प्रदर्शन कर रहे हैं." मंत्री ओपी राजभर ने कहा कि विकास और वंदे मातरम पर चर्चा जरूरी है. सदन चर्चा का केंद्र है. वंदे मातरम के 150 साल पूरे हो रहे हैं. इस पर चर्चा होगी कि लोग इसके बारे में कैसे जानें. विपक्ष हर चीज का विरोध करता है, विकास के लिए पैसे चाहिए, इसलिए अनुपूरक बजट आ रहा है. वहीं सपा विधायक जाहिद बेग ने कहा कि वंदे मातरम का कोई विरोध नहीं है. लेकिन बीजेपी के लोग आजादी की लड़ाई में शामिल नहीं थे.














