उत्तर प्रदेश (UP) के मऊ जिले में छेड़खानी का विरोध करने पर 15 साल की एक लड़की को छत से फेंकने का मामला सामने आया है. पुलिस ने कहा कि मऊ जिले में एक 15 साल की युवती से छेड़खानी की गई है और जब उसने छेड़खानी का विरोध किया तो तीन लोगों ने उसे छत से नीचे फेंक दिया. पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि पीड़िता और आरोपी पड़ोसी हैं और इस घटना को शुक्रवार को उस वक्त अंजाम दिया गया जब पीड़िता अपने घर लौट रही थी.
युवती गंभीर रूप से जख्मी हो गई है और उसे राजधानी लखनऊ से 300 किलोमीटर दूर आजमगढ़ के जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है. कहा जा रहा है कि पीड़िता की हालत नाजुक बनी हुई है. मोहम्मदाबाद पुलिस स्टेशन में 23 अक्टूबर को इस घटना की सूचना दी गई.
लड़की के परिवार की तरफ से की गई शिकायत के मुताबिक, तीनों आरोपी जबरन पीड़िता को बिल्डिंग की छत पर ले गए और उसके साथ छेड़खानी की. छेड़खानी का विरोध करने पर तीनों ने उसे छत से नीचे फेंक दिया. पुलिस अधिकारी सुशील धुले ने बताया, "पीड़िता ने कहा कि तीनों आरोपियों ने उसके साथ मारपीट भी की."
पुलिस अधीक्षक सुशील धुले ने कहा, "पीड़िता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ मारपीट और छेड़छाड़ का केस दर्ज किया गया है. लड़की के परिवार ने शिकायत की थी और हमने केस दर्ज किया है. तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है." पुलिस ने कहा कि लड़की की मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर मामले में और धाराएं जुड़ सकती हैं.
उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. यह घटना ऐसे समय सामने आई है जब महिलाओं के उत्पीड़न की कई खबरें सामने आ चुकी हैं. महिला सुरक्षा के मुद्दे पर विपक्षी पार्टियां लगातार योगी आदित्यनाथ की सरकार को घेर रही हैं.