उत्तर प्रदेश के एटा जिले के देहात कोतवाली क्षेत्र से 1,400 पेटी शराब पकड़ी गई थी. इस शराब की कीमत करीब 30 लाख रुपए थे. लेकिन यह शराब कोतवाली परिसर मालखाने से गायब हो गई. शराब अवैध रुप से ले जाते वक्त पकड़ी गई थी. इसके बाद इस मामले में रविवार को कोतवाली प्रभारी और मुंशी के खिलाफ उन्हीं के थाने में शिकायत दर्ज की गई.
जिलाधिकारी विभा चहल ने बताया कि हाल ही में उन्होंने तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से कोतवाली देहात का निरीक्षण किया था. इस दौरान वहां कई गड़बड़ियां पायी गयी थीं.
वहीं, इस खबर पर एटा पुलिस की ओर से टि्वटर पर एनडीटीवी की खबर शेयर करते हुए जवाब दिया गया है. टि्वटर पर 12 मार्च को एटा दी गई वरिष्ठ पुलिस अधिक्षक की बाइट को ट्वीट किया गया है. जिसमें बताया गया है कि डीएम तथा एसएसपी द्वारा थाना कोतवाली देहात पर जब्त अवैध शराब में अनियमितता पाए जाने पर थाना प्रभारी तथा हैड मोहर्रिर के खिलाफ मामला दर्ज कर दोनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है.
जांच करने पर पता चला कि रिपोर्ट में भेजे गये शस्त्रों की संख्या दरअसल, भेजी गयी सूची में लिखी गयी संख्या से काफी कम थी. साथ ही थाने पर अन्य चीजों की भी जांच की गयी तो पता चला कि मालखाने से 30 लाख रुपये मूल्य की शराब की 1,400 पेटियां कम थीं.
उन्होंने बताया कि मामले की विवेचना पुलिस क्षेत्राधिकारी—अलीगंज विकास कुमार से करायी गयी है. उनकी रिपोर्ट के आधार पर थाना प्रभारी इन्द्रेश कुमार और मालखाने के मुंशी रिशाल सिंह के विरुद्ध उन्हीं की तैनाती वाली कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. रिपोर्ट दर्ज होने के बाद से थानाध्यक्ष और मुंशी थाने से गायब हैं.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी कोतवाली प्रभारी और मुंशी को निलम्बित कर दिया गया है. दोनों को अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया गया था, मगर वे नहीं आये. इस बीच, थाने के सूत्रों के मुताबिक मालखाने से लाखों रुपये की शराब गायब होने का मामला तूल पकड़ने पर कोतवाली के रोजनामचे में यह तज़किरा किया गया था कि वह 1,400 पेटी शराब की बोलतें चूहों ने कुतर डाली हैं. इस पर भी काफी सवाल उठे थे.