बिजली विभाग के एसडीओ ने रिश्वत में मांगा मुर्गा! ग्रामीण किसानों ने वीडियो में सुनाया दुखड़ा

उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के मऊरानीपुर में अधिकारी पर किसानों ने लगाया रिश्वतखोरी का आरोप, वीडियो हुआ वायरल

विज्ञापन
Read Time: 15 mins
मऊरानीपुर के किसानों ने वीडियो बनाकर भ्रष्टाचार की शिकायत की है.
नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश (UP) के झांसी (Jhansi) में बिजली विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर हमेशा से भ्रष्टाचार (Corruption) के आरोप लगते आए हैं. लेकिन भ्रष्ट अधिकारी व कर्मचारी अपनी आदतों में सुधार ना लाते हुए मौका मिलते ही किसानों को परेशान करते रहते हैं. लेकिन इस बार किसानों ने एक अधिकारी पर ऐसा आरोप लगाया है जो कि आश्चर्य में डालने वाला है. गांव के लोगों का कथित रूप से आरोप है कि विद्युत विभाग के एसडीओ ने उनसे रिश्वत में मुर्गा मांगा. किसानों ने मुर्गा नहीं दिया तो उन्हें परेशान किया जा रहा है. 

विद्युत विभाग के कथित रिश्वतखोर अधिकारी से ग्रामीण किसान इतने परेशान हो गए कि उन्होंने अपना एक वीडियो अपना दुखड़ा सुनाते हुए एक वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर साझा कर दिया. यह वीडियो वायरल हो गया है. यह वीडियो पूरे झांसी जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है.

बताया गया है कि मऊरानीपुर तहसील क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कस्बा रानीपुर के मोहल्ला सिरधरपुरा निवासी बृज बिहारी ने अपना एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है. वीडियो में उन्होंने बताया है कि वे पेशे से किसान हैं और विद्युत विभाग के मऊरानीपुर के एसडीओ ग्रामीण ने उनसे रिश्वत में दो देसी मुर्गे मांगे थे. उन्होंने मुर्गों के दाम मांगे तो एसडीओ द्वारा उनको परेशान किया गया. बृज बिहारी के अनुसार एसडीओ ने कई अन्य किसानों से पैसों की मांग की. इसकी शिकायत कई अधिकारियों से की गई लेकिन भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं हुई. 

Advertisement

कार्रवाई न होने पर पीड़ित किसानों ने अपना एक वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया. इसमें एसडीओ ग्रामीण अनिल कुमार पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं. वीडियो में उच्च अधिकारियों से कार्रवाई करने की मांग की गई है. वायरल हो चुका यह वीडियो जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है.

Advertisement

मुंबई: रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार हुआ करोड़पति इंस्पेक्टर

Featured Video Of The Day
Bihar Voter List Controversy: Supreme Court में हुई सुनवाई का मतलब समझिए | Khabron Ki Khabar
Topics mentioned in this article