स्कूल के टार्चर से तंग मासूम घर की दीवारों पर लिखने लगा Help...Help, मां को तब पता चला कि बेटा संकट में है

कानपुर के एक नामी स्कूल में चोरी के नाम पर बच्चे को परेशान करने का मामला सामने आया है. बच्चे की मां के मुताबिक परेशान बच्चा घर की दीवारों पर Help Help लिख रहा था. बच्चे की मां ने स्कूल के प्रिंसिपल समेत चार लोगों पर नामजद एफआईआर दर्ज कराई है.

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कानपुर:

कानपुर शहर के नामी सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल के छात्र आकाश शंकर दुबे को पेन चोरी के झूठे आरोप में इस कदर मानसिक रूप से तोड़ा गया कि वह अब सामान्य होने के बजाय दीवारों पर 'HELP' लिखकर अपनी सुरक्षा की गुहार लगा रहा है.इस मामले में पुलिस ने छात्र की मां की शिकायत पर स्कूल के डायरेक्टर और प्रिंसिपल समेत चार लोगों पर एफआईआर दर्ज की है. बच्चे की मां ने स्कूल पर बच्चे और उन्हें प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि जिस दिन पेन चोरी की बात की जा रही है, उस दिन उनका बेटा स्कूल गया ही नहीं था.

कहां का है पूरा मामला

कानपुर के सेन पश्चिम पारा थाना क्षेत्र के आनंदराम जयपुरिया स्कूल में कक्षा दो में पढ़ने वाले छात्र आकाश शंकर दुबे के व्यवहार में अचानक आए बदलाव ने मां पूनम दुबे को चिंता में डाल दिया था.बच्चा गुमसुम रहने लगा था.वह घर की दीवारों पर जगह-जगह 'हेल्प... हेल्प...' लिखने लगा था. मामले का खुलासा तब हुआ जब एक रात वह नींद में फूट-फूट कर रोने लगा और बड़बड़ाया, मैम...मैंने पेन नहीं लिया, मुझे मत डराओ.

हैरानी की बात यह है कि स्कूल प्रबंधन ने जिस पेन की चोरी का आरोप आकाश पर लगाया, वह घटना 28 नवंबर की बताई गई है. जबकि उस दिन आकाश स्कूल गया ही नहीं था. इसके बावजूद 12 दिसंबर को उसे स्कूल बुलाकर धमकाया गया.स्वतंत्र अग्निहोत्री नाम के एक शिक्षक और अन्य स्टाफ ने डरा-धमकाकर उसका एक 'कन्फेशन वीडियो' भी रिकॉर्ड किया, ताकि वह अपना जुर्म कबूल ले.

स्कूल प्रशासन ने मां के साथ की बदसलूकी

जब आकाश की मां ने स्कूल जाकर सीसीटीवी फुटेज की मांग की, तो प्रिंसिपल अनुप्रित रावत और डायरेक्टर देवराज सिंह राजावत ने उन्हें सीसीटीवी दिखाने से साफ इनकार कर दिया.परिजनों का आरोप है कि उन्हें न्याय देने के बजाय डराया गया और कहा गया कि उन्हें पेन का हर्जाना भरना होगा. इसके साथ ही उन्हें धमकाया गया कि आपसे जो करते बने कर लो,हम कोई वीडियो नहीं दिखाएंगे. 

मामले की गंभीरता को देखते हुए सेन पश्चिम पारा पुलिस ने कड़ा रुख अपनाया है. थाना प्रभारी प्रदीप कुमार सिंह ने 'एनडीटीवी' को फोन पर बताया कि स्कूल स्टाफ को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन वह उपस्थित नहीं हुए. अब पुलिस ने स्कूल के डायरेक्टर देवराज सिंह, प्रिंसिपल अनुप्रित रावत, शिक्षिका संगीता मलिक और स्वतंत्र अग्निहोत्री के खिलाफ किशोर न्याय (JJ Act) की धारा 75 (बच्चों के प्रति क्रूरता) और अन्य गंभीर धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. 

इस मामले में जब सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल से उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई तो उन्होंने कोई भी जवाब देने से इनकार कर दिया. 

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