- साइबर क्राइम टीम ने यूपी के संभल में लोन माफी के नाम पर ठगी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है
- आरोपियों ने फर्जी तरीके से बैंक खातों के मोबाइल नंबर बदलकर गेमिंग साइट के जरिए से ठगी की रकम डिस्ट्रीब्यूट की
- गिरोह भोले-भाले लोगों को लोन माफी का लालच देकर उनके खाते और सिम कार्ड अपने नियंत्रण में लेता था
साइबर क्राइम टीम ने यूपी के संभल में बड़ी कार्रवाई करते हुए लोन माफी के नाम पर ठगी करने वाले गैंग के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस मामले में आरोपियों पर आम लोगों से बैंक पासबुक और एटीएम कार्ड लेकर संबंधित खातों में फर्जी तरीके से मोबाइल नंबर बदलवाने और गेमिंग साइट्स के माध्यम से ठगी की धनराशि डिस्ट्रीब्यूट करने का आरोप है. पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग लोन माफ कराने के बहाने भोले-भाले लोगों से बैंक खाते और दस्तावेज हासिल कर धोखाधड़ी कर रहे हैं. सूचना के आधार पर टीम ने छापेमारी कर दो अभियुक्तों को दबोच लिया.
कप्तान ने बताया कि गिरोह, लोगों को आसान लोन माफी का लालच देकर उनके खाते अपने नियंत्रण में ले लेते थे और फिर फर्जीवाड़े के जरिए धनराशि निकालते थे. आरोपियों के पास से कई पासबुक, एटीएम कार्ड और सिम कार्ड बरामद किए गए हैं. पुलिस ने दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है.
संभल के एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि भोले भाले लोगों को लोन माफी का झांसा देकर गिरोह उनके अकाउंट खुलवाते थे. अकाउंट खुलवाने के बाद वो इन लोगों के सिम कार्ड भी बनवाते थे. अब तक 700 फर्जी अकाउंट सामने आए हैं, जो फर्जी पाए गए हैं. सभी अकाउंटों में लगभग 1 करोड़ रुपये की धनराशि है, जिसे फ्रीज करवा दिया गया है. साथ ही सभी ऑनलाइन गेम प्लेटफॉर्म के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस मेहनत कर रही है और इस मामले में शामिल लोग अगर विदेश भाग गए हैं तो भी उन्हें भारत वापस आने पर गिरफ्तार किया जाएगा और इसके लिए लुकआउट नोटिस जारी कर दिया गया है.
अब तक पुलिस ने 11 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और 3 करोड़ रुपये का राशि जब्त की है. इस कार्रवाई से जिले के साइबर ठगों में हड़कंप मच गया है.