साल में 52 जुमा और होली पर कमेंट कर सुर्खियों में आए संभल सीओ अनुज चौधरी पर कमेंट करना एक शख्स को भारी पड़ गया. अब हुआ ये कि CO अनुज चौधरी पर आबाद नाम के शख्स ने पोस्ट किया था. इस पोस्ट की वजह से शख्स को लॉकअप जाना पड़ा. लॉकअप मे बंद शख्स अपने किए गए कमेंट के लिए माफ़ी मांगते हुए नजर आ रहा है. यही नहीं उसने किसी दूसरे को भी ऐसा कमेंट ना करने की हिदायत दी.
ऐसा क्या लिखा कि जाना पड़ा लॉकअप
CO संभल अनुज चौधरी के फोटो लगाकर लिखा था कि बकरा ईद साल मे एक बार आती है, जिसे लगता है मांस और खून देखने से धर्म भ्रष्ट होता है वो घरों से बाहर न निकलें. फेसबुक पर ये पोस्ट काफी वायरल हुई. वायरल पोस्ट पर पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया. आबाद मुजफ्फरनगर शाहपुर इलाके का रहने वाला है. लॉकअप मे बंद आबाद कर माफी मांग रहा है और अन्य लोगों को भी अब ऐसा ना करने की सलाह दे रहा है.
क्यों सुर्खियों में अनुज चौधरी का बयान
यूपी के संभल सीओ अनुज चौधरी द्वारा होली और जुमे पर दिए एक बयान के बाद सियासत गर्म है. दरअसल, संभल सीओ अनुज चौधरी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था कि होली साल में एक बार आती है और जुमा साल में 52 बार आता है. अगर किसी को रंग से परहेज है तो वह घर से बाहर न निकलें. होली के दिन घर से ही नमाज अदा करें. शुक्रवार को होली का पावन पर्व है और इस दिन जुमा भी है.
अनुज चौधरी के बयान पर सियासत गर्म
अनुज चौधरी ने जैसे ही ये बयान दिया वैसे ही उनके बयान पर सियासी रोटियां सेंकी जाने लगी. सबसे ताजा बयान सामने आया हैं यूपी के राज्य मंत्री रघुराज सिंह का. जिन्होंने अपने हालिया बयान में कहा कि होली पर तिरपाल का हिजाब पहनकर घर से निकलें. तिरपाल का हिजाब पहने वाले की वजह उनकी टोपी और सफेद कपड़े रंग और गुलाल से बचे रहेंगे क्योंकि होली साल में एक बार आती है. होली खेलने वाले रंग डालते समय यह नहीं देखते कि रंग कितनी दूर तक जा रहा है.
सपा सांसद वीरेंद्र सिंह ने संभल में सीओ के बयान और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में मंदिर के मुद्दे पर भी बयान दिया है. वीरेंद्र सिंह ने कहा कि किसी भी अधिकारी की यह भाषा ठीक नहीं है और संसदीय नहीं है. सीएम योगी को भी समझना चाहिए कि समाजवादी पार्टी में भी बहुत सारे पहलवान हैं, उनको भी समाजवादी पार्टी के पहलवानों की भाषा उसी रूप में लेनी चाहिए. AMU में मंदिर के मुद्दे को लेकर सपा सांसद ने कहा कि BJP के पास मस्जिद और मंदिर के अलावा कोई विषय नहीं है. यूनिवर्सिटी अध्ययन के लिए जानी जाती है, रिसर्च के लिए जानी जाती है. भारतीय जनता पार्टी के पास इस विषय के पास कोई सोच नहीं है और ना ही सब्जेक्ट है.