- यूपी के रायबरेली में इंस्टाग्राम पर शुरू हुई प्रेम कहानी मंदिर में वैदिक रीति-रिवाजों से विवाह तक पहुंची
- भदोही की मुस्लिम युवती रूबी ने हिंदू रीति से सनी के नाम का सिंदूर मांग में सजाकर शादी की
- दोनों ने अचलेश्वर मंदिर में मंत्रोच्चार के बीच वैदिक परंपरा अनुसार विवाह किया और जीवन साथ बिताने की कसमें खाईं
सोशल मीडिया के दौर में प्यार न तो सरहदें देखता है और न ही मजहब की दीवारें. उत्तर प्रदेश के रायबरेली से एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां इंस्टाग्राम पर शुरू हुई एक प्रेम कहानी मंदिर की दहलीज तक जा पहुंची. भदोही की रहने वाली एक मुस्लिम युवती ने हिंदू रीति-रिवाजों के साथ अपने प्रेमी के नाम का सिंदूर अपनी मांग में सजाया है.
रील लाइफ से रियल लाइफ तक का सफर
रायबरेली के हरचंदपुर क्षेत्र के रहने वाले सनी की मुलाकात इंस्टाग्राम के जरिए भदोही (कालीन नगरी) की रहने वाली रूबी से हुई थी. शुरुआत में दोनों के बीच दोस्ती हुई, जो धीरे-धीरे प्यार में बदल गई. मोबाइल स्क्रीन पर शुरू हुई यह बातचीत इस कदर परवान चढ़ी कि करीब एक साल पहले जब दोनों पहली बार आमने-सामने मिले, तो उन्होंने साथ जीने-मरने की कसमें खा लीं.
मंदिर में गूंजे मंत्र, वैदिक रीति से हुआ विवाह
अपने प्यार को मुकाम तक पहुंचाने के लिए रूबी करीब 250 किलोमीटर दूर भदोही से भागकर रायबरेली पहुंची. यहां हरचंदपुर स्थित अचलेश्वर मंदिर में दोनों ने एक-दूसरे का साथ निभाने का फैसला किया. मंत्रोच्चार के बीच वैदिक रीति-रिवाजों के साथ सनी ने रूबी की मांग भरी और विवाह संपन्न हुआ. नवविवाहित जोड़े ने कहा, "पहली मुलाकात में ही हमने तय कर लिया था कि जिंदगी साथ बिताएंगे."
करणी सेना की मौजूदगी में हुई शादी
यह अंतरधार्मिक विवाह करणी सेना के जिला अध्यक्ष मोनू सिंह भदोरिया की देखरेख में संपन्न हुआ. संगठन के कार्यकर्ताओं ने विवाह की रस्मों में सहयोग किया और नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया.
परिजनों को नहीं है भनक
जानकारी के मुताबिक, युवती के परिजनों को उसके इस कदम के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है. प्यार के लिए अपना घर-बार छोड़कर आई रूबी अब सनी के साथ नई जिंदगी की शुरुआत कर चुकी है. हालांकि, चर्चा इस बात की भी है कि क्या 'रील' से शुरू हुआ यह 'रियल' लाइफ का सफर सामाजिक चुनौतियों के बीच मजबूती से आगे बढ़ पाएगा.














