उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में एक दलित युवती कुछ लोगों पर छेड़खानी, लगातार परेशान करने और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के गंभीर आरोप लगा रही है. युवती ने सोशल मीडिया के जरिए इंसाफ की गुहार लगाई है. उसका कहना है कि अगर उसे कुछ हुआ तो, इसकी पूरी जिम्मेदारी पुलिस की होगी. युवती के आरोपों पर पुलिस का कहना है कि आरोपों की जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
दलित युवती ने क्या आरोप लगाए हैं
युवती का आरोप है कि कुछ लोग उस पर लगातार दबाव बना रहे हैं और इंस्टाग्राम के जरिए आपत्तिजनक संदेश भेजकर डराने की कोशिश कर रहे हैं.युवती का दावा है कि उसने इस पूरे मामले की शिकायत पुलिस से की, मुकदमा भी दर्ज हुआ, लेकिन आरोपियों पर सख्त कार्रवाई नहीं की गई. युवती का यह भी कहना है कि गंभीर आरोपों के बावजूद पुलिस ने हल्की धाराओं में चालान कर आरोपियों को छोड़ दिया. इसी वजह से उसे अपनी सुरक्षा को लेकर डर सता रहा है.युवती ने साफ तौर पर कहा है कि अगर उसके साथ कुछ भी अनहोनी होती है,तो इसकी जिम्मेदारी पुलिस और प्रशासन की होगी.
इस मामले में पुलिस ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है और निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया है. मुरादाबाद के एसपी सिटी रणविजय सिंह ने कहा,''जिस महिला का वीडियो वायरल हो रहा है, उसके भाई के खिलाफ पहले एक मुकदमा दर्ज हुआ था, जिसमें उसे जेल भेजा गया था. उसी मामले से जुड़े लोगों की वह बहन है. दो जून को महिला ने एक प्रार्थना पत्र दिया गया था. पुलिस इस पूरे मामले की समीक्षा कर रही है. तकनीकी साक्ष्यों और उपलब्ध सबूतों की गहनता से जांच की जा रही है. वीडियो में लगाए गए आरोपों का फिलहाल कोई ठोस आधार नहीं मिला है, लेकिन इसके बावजूद मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है. जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.''
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