यूपी में शहरों के बाद अब जगहों के नाम बदलने का सिलसिला जारी है. लखनऊ नगर निगम ने शहर के कुछ मुख्य चौक-चौराहों के नाम बदलने का निर्णय लिया है. दरअसल, लखनऊ नगर निगम (एलएमसी) ने शहर के कुछ जगहों मसलन, अंधे की चौकी और लंगड़ा फाटक का नाम बदलने का फैसला लिया है. इसे लेकर नगर निगम का तर्क है कि शहर में इस तरह के नाम से दिव्यांगों के साथ अन्याय हो रहा है. बताया जा रहा है कि इन जगहों के नाम शहीदों के नाम पर रखे जायेंगे. बता दें कि लखनऊ के हजरतगंज चौराहा का नाम पहले ही बदला जा चुका है.
पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को एक और श्रद्धांजलि, लखनऊ का 'हजरतगंज चौराहा' हुआ अब 'अटल चौक'
लखनऊ नगर निगम की मेयर संयुक्ता भाटिया ने कहा कि, यह मेरी जानकारी में आया है कि शहर में लंगड़ा फाटक और अंधे की चौकी के नाम से कुछ जगहें हैं. यह गलत है. पहले ये नाम चलन में थे, मगर अब हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकलांगों को खास नाम दिया है दिव्यांग. इसलिए हमने इन जगहों के नाम बदलने का फैसला किया है और जल्द ही इसे पूरा कर लिया जाएगा.
पीएम मोदी ने बदले अंडमान निकोबार के तीन द्वीपों के नाम, जानिये किन नामों से अब जाने जाएंगे
संयुक्ता भाटिया ने आगे बताया कि 'हम इसे मसले को नगर निगम की वर्किंग कमिटी के पास ले जायेंगे. इन जगहों का नाम शहीदों के नाम पर रखा जाएगा.
हैदराबाद के बाद अब करीमनगर के लिए CM योगी का वादा: BJP सत्ता में आई तो नाम बदलकर हो जाएगा 'करीपुरम'
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने 2015 में अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में देश में विकलांगों को दिव्यांग कहकर बुलाया जाने की अपील की थी. (इनपुट ANI)
VIDEO: पक्ष विपक्ष : कितनी सही नाम बदलने की राजनीति?